दीपक पूनिया का जीवन परिचय, रैसलर, जन्म, उम्र, परिवार, नेटवर्थ, करियर, पूरा नाम, हाइट, वेट, शिक्षा, राज्य, धर्म, जाति, प्रतिस्पर्धा, वाइफ, गर्लफ्रेंड, कोच, पदक [Deepak Punia Biography In Hindi] (Wrestler, Birth, Age, Family, Net Worth, Career, Full Name, Height, Weight, Education, State, Religion, Caste, Competition, Wife, Girlfriend, Coach, Medal)
हरयाणा के दीपक पुनिया ने कम उम्र में ही इतना नाम कमा लिया है कि उन्हें देश भर में युवाओं के द्वारा प्रेरणा स्त्रोत माना जाने लगा है। उन्होंने 20 साल की उम्र में एशियाई जूनियर चैम्पियनशिप का स्वर्ण पदक जीता और एक साल बाद उन्होंने विश्व जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल कर अपने देश को फिर से गौरवान्वित किया।
दीपक पुनिया एक भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान हैं जो 86 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते हैं। दीपक लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं और उन्हें देश के सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक माना जाने लगा है। दीपक 86 किग्रा भार वर्ग रैंकिंग में पहले स्थान तक पहुंचे हैं । जब उनके 82 अंक हो गए थे, जो ईरान के हसन यज़्दानी से चार अधिक थे, जो पिछले शीर्ष क्रम के पहलवान थे।
पूरा नाम | दीपक पुनिया |
जन्मतिथि | 19 अप्रैल 1999 |
जन्मस्थान | गांव छारा, जिला झज्जर, हरयाणा |
उम्र | 23 वर्ष (2022 में) |
हाइट | 6 फुट 1 इंच |
वजन | 86 किग्रा. |
पिता का नाम | सुभाष पुनिया |
माता का नाम | कृष्णा पुनिया |
पेशा | फ्री स्टाईल रेसलर |
शौक | बॉडीबिल्डिंग, ट्रैवलिंग |
जाति | जाट |
कोच | सतपाल, वीरेंद्र कुमार, मुराद गेदरोव |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
Instagram ID | deepakpunia86 |

दीपक पुनिया प्रारंभिक जीवन और परिवार
दीपक पुनिया का जन्म 19 अप्रैल 1999 में गाँव छारा, जिला झज्जर, हरयाणा में एक किसान के घर हुआ था। उनके पिता का नाम सुभाष पुनिया और माता का नाम कृष्णा पुनिया है। उनके पिता किसानी के साथ-साथ दूध बेचने का काम भी करते हैं। दीपक के पिता उन्हें बचपन में दंगल दिखने ले जाते थे। दीपक ने अपने कुश्ती करियर की शुरुआत महज पांच साल की उम्र में अपने गृहनगर अर्जुन अवार्डी वीरेंद्र सिंह छारा के नेतृत्व वाले एक अखाड़े में की थी। उनके पूरे करियर में, उनके पिता का काफी अहम योगदान रहा है।
उनके पिता उन्हें दूध और केला खिलाने के लिए 2015 से हर दिन 60 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं। दीपक एक अनुशासित पहलवान हैं, जो उन्हें अपने पिता से विरासत में मिला है। उनके पिता ने उनको बेहतरीन खिलाड़ी बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है, और मैट पर उनकी सफलता ने उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार किया है। दीपक जब सात साल के थे तभी से अपने परिवार का नाम रोशन कर रहे हैं।

दीपक पुनिया ने अपने परिवार का बेहतर जीवन सुनिश्चित करने के लिए कुश्ती को पेशे के रूप में चुना। उन्हें भारतीय सेना में सिपाही के पद की पेशकश की गई थी। सुशील कुमार ने दीपक को छोटी-छोटी बातों से समझौता न करने और जीवन में बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उसे कुश्ती पर जोर देने के लिए भी कहा।
दीपक पुनिया ने उनकी सलाह मानी और अपने कुश्ती करियर के लिए कड़ी मेहनत करने लगे। तीन साल के भीतर दीपक ने अपने आयु वर्ग में कई बड़े खिताब अपने नाम कर लिए थे। दीपक पुनिया ने 2015 में छत्रसाल स्टेडियम का दौरा किया, जो मुख्य रूप से कुश्ती प्रशिक्षण के लिए प्रसिद्ध है। स्टेडियम में उन्होंने महान पहलवान गुरु सतपाल जी के साथ अपना प्रशिक्षण शुरू किया।
दीपक पुनिया का करियर
2016 में दीपक ने वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप में भाग लिया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। दीपक ने 2018 में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में 86 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने उसी वर्ष विश्व जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता था।
दीपक पुनिया ने 2019 में एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य अर्जित किया। उन्होंने विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया, जहां उन्होंने स्वर्ण पदक जीता। दीपक पुनिया को तब कजाकिस्तान के नूर सुल्तान में विश्व चैम्पियनशिप 2019 में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था।

लेकिन दीपक टखने की चोट के कारण विश्व चैंपियनशिप के फाइनल मैच में भाग नहीं ले पाए थे। जिस कारण ईरानी पहलवान हसन याजदानी को 86 किलोग्राम विश्व चैंपियनशिप में दीपक के खिलाफ स्वर्ण पदक दिया गया और उन्हें रजत पदक से सम्मानित किया गया था।
हालांकि, उन्होंने खेल के दौरान 82 रैंकिंग अंक एकत्रित किए, जो कि विजेता से भी अधिक थे और दीपक अपने 86 किग्रा भार वर्ग रैंकिंग में पहले स्थान तक पहुंचे गए थे। इसके बाद दीपक पुनिया ने 86 किलोग्राम भार वर्ग में विश्व खिताब भी जीता।
दीपक ने कार्लोस आर्टुरो इज़क्विएर्डो मेंडेज़ को हराकर टोक्यो 2020 के लिए भारत का चौथा ओलंपिक क्वालीफायर अर्जित किया। लेकिन टोक्यो ओलंपिक में उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा और वह अपना ब्रान्ज़ मेडल मैच हार कर बाहर हो गए।
दीपक पुनिया कॉमनवेल्थ (Deepak Punia Commonwealth)
Deepak Punia vs Muhammad Inam: दीपक पुनिया कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में पुरुषों की 86 किलोग्राम भारवर्ग कुश्ती के फाइनल में पाकिस्तान के पहलवान मुहम्मद इनाम को 3-0 से हराकर भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता है। दीपक ने पाकिस्तान के पहलवान का खाता तक नहीं खुलने दिया।
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दीपक पुनिया के मेडल एवं पुरस्कार
दीपक को कुश्ती में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण भारत सरकार द्वारा साल 2021 में अर्जुन अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।
वर्ष (Year) | खेल (Event) | स्थान (Spot) | मेडल (Medal) |
2022 | कॉमनवेल्थ गेम्स | बर्मिंघम, इंग्लैंड | गोल्ड मेडल |
2021 | एशियाई चैंपियनशिप | अल्माटी (कजाखस्तान) | सिल्वर मेडल |
2020 | एशियाई चैंपियनशिप | नई दिल्ली (भारत) | ब्रान्ज़ मेडल |
2019 | विश्व चैंपियनशिप | नूर-सुल्तान (कजाखस्तान) | सिल्वर मेडल |
2019 | एशियाई चैंपियनशिप | शीआन (चीन) | ब्रान्ज़ मेडल |
2019 | विश्व जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप | तेलिन (एस्टोनिया) | गोल्ड मेडल |
2018 | एशियाई जूनियर चैंपियनशिप | नई दिल्ली (भारत) | गोल्ड मेडल |
2018 | विश्व जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप | ट्रनाव (स्लोवाकिया) | सिल्वर मेडल |
2016 | विश्व कैडेट चैंपियनशिप | त्बिलिसी (जॉर्जिया) | गोल्ड मेडल |
दीपक पुनिया और बजरंग पुनिया (Deepak Punia and Bajrang Punia)
दीपक पुनिया के नाम के साथ पुनिया लगा होने के कारण बहुत से खेल प्रेमी उन्हें बजरंग पुनिया का भाई समझते हैं। खेल प्रेमियों को यह गलतफहमी इन दोनों के गोत्र और खेल एक होने के कारण हो रही है। लेकिन सच यह है कि ये दोनों भाई नहीं हैं।
FAQs
Q: दीपक पुनिया किस भारवर्ग में खेलते हैं?
Ans: 86 किलोग्राम में।
Q: दीपक पुनिया की हाईट कितनी है?
Ans: दीपक पुनिया की हाईट 6 फुट 1 इंच है।
Q: दीपक पुनिया किस राज्य से हैं?
Ans: दीपक पुनिया हरयाणा राज्य से है।
Q: दीपक पुनिया के कोच का क्या नाम है?
Ans: दीपक पुनिया के भारतीय कोच का नाम सतपाल जी और विदेशी कोच का नाम मुराद गेदरोव है।
Q: दीपक पुनिया का जन्म कब हुआ?
Ans: 19 अप्रैल 1999
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